देश के क़ानून में जुलाई माह 2024 से किए गए बदलाव की कुछ मुख्य एव अहम जानकारी |
- नए क़ानून में अब महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में सभी अस्पतालों में निःशुल्क प्राथमिक उपचार मुहैया कराया जाएगा यह प्रावधान सुनिश्चित करता है की पीड़ित को आवश्यक चिकित्सीय देखभाल तुरंत मिलेगा
- ये बदलाव औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो जाएगा भारतीय दंड संहिता ब्रिटिश काल की जगह अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता कहलायी जाएगी |
- जीरो FIR अब कोई भी व्यक्ति किसी भी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करा सकता है भले ही अपराध के आधिकारिक क्षेत्र में नहीं हुआ हो |
- नए क़ानून के तहत अब अपराधिक मामलों में फ़ैसला 45 दिन के भीतर आएगा |
- नए क़ानून के तहत अब कोई भी व्यक्ति पुलिस थाने गए बिना इलेक्ट्रिक संचार माध्यम से घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज करा सकता है|
- नए क़ानून के तहत महिलाओं व बच्चों के ख़िलाफ़ मामले की जाँच 2 माह के अंदर जाँच पूरी की जाएगी |
- नये क़ानून मैं छोटे अपराधों, दिव्यांग या जिसकी उम्र 60 साल से अधिक है| अब नया प्रावधान बनाया गया है कि तीन साल से कम की सज़ा है तो उस व्यक्ति को DSP रैंक कि अधिकारी के इजाज़त के बिना गिरफ़्तार नहीं किया जा सकता |